क्या हैं FPV ड्रोन?
FPV ड्रोन यानी First Person View ड्रोन ऐसे छोटे ड्रोन होते हैं, जिनमें कैमरा और रियल टाइम वीडियो फीडिंग सिस्टम लगा होता है। ऑपरेटर VR गॉगल्स या स्क्रीन के जरिए ड्रोन की लाइव पोजीशन देख सकता है, ठीक वैसे ही जैसे PUBG या Call of Duty जैसे गेम्स में फर्स्ट पर्सन व्यू होता है।
कैसे करते हैं हमला?
यूक्रेन ने इन FPV ड्रोन को खासतौर पर 'कामिकाजे' या 'सुसाइड ड्रोन' के रूप में तैयार किया है। ये ड्रोन तीन चरणों में काम करते हैं:
1 उड़ान भरना और टारगेट की तलाश करना (जैसे टैंक, एयरक्राफ्ट या बिल्डिंग)
2 टारगेट मिलते ही सीधा जाकर उससे टकराना।
3 टकराते ही इनमें लगे IED या ग्रेनेड से धमाका होना, धमाके के बाद ये ड्रोन खुद भी नष्ट हो जाते हैं, इसलिए इन्हें सुसाइड ड्रोन कहा जाता है।
क्यों हैं इतने खतरनाक?
रूस पर हमला: क्या हुआ?
1 जून को यूक्रेन ने सैकड़ों FPV ड्रोन रूस के एयरबेस तक भेजे। ये ड्रोन रूस के एंजेलस, शायकावका, मोजदक, इंगोशेटिया मिलिट्री जोन और ओरल एयरफील्ड जैसे ठिकानों तक पहुंचे, जहां टुपलेव 95 और टुपलेव 22M3 जैसे बॉम्बर खड़े थे। यूक्रेन ने दावा किया कि 40 बॉम्बर विमानों को या तो पूरी तरह तबाह कर दिया या भारी नुकसान पहुंचाया।
रूस की प्रतिक्रिया
रूस ने इसे 'आतंकी हमला' बताते हुए यूक्रेन पर जवाबी हमला किया। खबर है कि रूस ने यूक्रेनी सेना के ट्रेनिंग सेंटर पर हमला किया, जिसमें कम से कम 12 लोग मारे गए और 60 से ज्यादा घायल हुए।
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